side effect of chemo (2)

जब कोई व्यक्ति कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझता है और कीमोथेरेपी जैसे कठिन इलाज से भी राहत नहीं मिलती, तब उम्मीद की एक छोटी सी किरण भी जीवन को नया मोड़ दे सकती है। प्रयागराज की एक 60 वर्षीय महिला की कहानी भी कुछ ऐसी ही है, जिनके लिए आयुर्वेदिक कैंसर उपचार एक नई रोशनी बनकर सामने आया।

चार साल तक चले इलाज और 62 कीमोथेरेपी के बाद भी उन्हें आराम नहीं मिला। शरीर दर्द से जकड़ा हुआ था, मुंह से लार बहती रहती थी, खाना नहीं खा पाती थीं और जीवन के प्रति आशा लगभग समाप्त हो चुकी थी। इस स्थिति में उन्होंने कीमोथेरेपी के बाद इलाज के तौर पर आयुर्वेद अपनाया, जिससे धीरे-धीरे सुधार होने लगा और उनके स्वास्थ्य में सकारात्मक परिवर्तन लाने में मदद की।

कीमोथेरेपी के बाद इलाज की जटिलता

कीमो के साइड इफेक्ट से राहत मिलना आसान नहीं होता। मरीज़ की हालत ऐसी थी कि हर कीमो के बाद 10 दिन तक उल्टियाँ, शरीर में जलन, कमजोरी और नींद न आना आम हो गया था। 21 दिन के चक्र में जब थोड़ा सामान्य महसूस करने लगतीं, तब अगली कीमो का नंबर आ जाता।

कीमोथेरेपी के बाद इलाज की आवश्यकता तब और ज़्यादा महसूस होती है जब शरीर की प्रतिरोधक क्षमता जवाब देने लगती है और मानसिक हिम्मत भी कमज़ोर पड़ जाती है। यही वह समय था जब उनके परिवार ने एक नया रास्ता चुना – आयुर्वेद का।

Watch the complete video : https://www.youtube.com/watch?v=_GOBUfYbIGk

आयुर्वेद ने दी नई उम्मीद

HiiMS हॉस्पिटल में आने के बाद महिला का इलाज शुरू हुआ। परहेज़, आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ, शरीर की शुद्धि के उपाय, और सबसे ज़रूरी – समय पर दवा और अनुशासित जीवनशैली कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से उबरने में मदद कर सकते हैं।

13 दिन के भीतर वो जो महिला व्हीलचेयर पर आई थीं, अपने पैरों पर चलने लगीं। चिल्लाने वाली, खाने से डरने वाली और बिस्तर पर पड़ी रहने वाली महिला अब मुस्कुरा रही थीं। यह चमत्कार नहीं था – यह आयुर्वेद की गहराई में छुपी हुई जीवनशक्ति थी।

आयुर्वेदिक कैंसर उपचार क्यों बना विकल्प?

आयुर्वेदिक कैंसर उपचार केवल लक्षणों पर नहीं, बल्कि शरीर की संपूर्ण व्यवस्था पर काम करता है। यह शरीर को संतुलन में लाने, विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने और मानसिक स्थिति को शांत करने में सहायक होता है। जहाँ कीमोथेरेपी शरीर को और अधिक कमज़ोर बना देती है, वहीं आयुर्वेद शरीर को ताकत देने का काम करता है – धीरे-धीरे लेकिन स्थिरता के साथ।

यह उपचार न तो आक्रामक है और न ही इसके कोई खतरनाक साइड इफेक्ट्स हैं। प्राकृतिक कैंसर इलाज के ज़रिए शरीर को भीतर से मजबूत बनाने और रोग से लड़ने की शक्ति देने पर ध्यान दिया जाता है।

कीमो के साइड इफेक्ट से राहत: क्या सच में संभव है?

हां, यह संभव है – अगर मरीज़ अपनी जीवनशैली में बदलाव लाएं, सही परहेज़ रखें और प्राकृतिक चिकित्सा विधि को समझें। इस महिला की कहानी बताती है कि कीमो के साइड इफेक्ट से राहत केवल दवाइयों से नहीं, बल्कि शरीर के अंदर की सफाई और सही आहार-विहार से भी मिल सकती है।

उनके अनुसार, शुरुआत के कुछ ही दिनों में गैस, सिरदर्द, उल्टियाँ और भूख न लगने जैसी समस्याएँ कम होने लगीं। धीरे-धीरे नींद ठीक होने लगी और शरीर में ऊर्जा का संचार महसूस हुआ।

कीमोथेरेपी के बाद इलाज का नया रास्ता

कीमोथेरेपी के बाद इलाज का एक सुरक्षित और स्थिर विकल्प आयुर्वेद के पास है। आधुनिक चिकित्सा जहां कभी-कभी मरीज़ को थका देती है, वहीं आयुर्वेद एक ऐसी प्रणाली है जो शरीर को संपूर्ण रूप से संभालती है।

आचार्य मनीष जी जैसे विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में जब यह महिला आयुर्वेद की ओर मुड़ीं, तो उन्हें ना केवल शारीरिक आराम मिला, बल्कि मानसिक तौर पर भी मजबूती हासिल हुई।

लाखों लोगों की उम्मीद बनता आयुर्वेद

आज सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी लोग आयुर्वेदिक कैंसर उपचार के लिए HiiMS जैसे संस्थानों का रुख कर रहे हैं। जहां मॉडर्न पैथी कभी-कभी लाचार महसूस कराती है, वहीं आयुर्वेद लोगों में आत्मबल और नई दिशा का संचार करता है।

इस महिला की तरह ही हजारों ऐसे केस हैं जहाँ प्राकृतिक कैंसर इलाज से मरीज़ों को वह राहत मिली जो कहीं और संभव नहीं हो सकी।

निष्कर्ष

62 कीमो के बाद, जब शरीर और मन ने लगभग हार मान ली थी, तब आयुर्वेद ने आशा की लौ जलाई। यह सिर्फ एक कहानी नहीं, बल्कि हज़ारों लोगों की साझा भावना है, कि जब आधुनिक चिकित्सा अपने विकल्प खत्म कर देती है, तब आयुर्वेदिक कैंसर उपचार एक शांत लेकिन मजबूत विकल्प बनकर सामने आता है।

आज वह महिला न सिर्फ चल रही हैं, बल्कि अपने बच्चों के लिए जीने की इच्छा भी रखती हैं। यह एक नई शुरुआत है, एक नया जीवन है और इसका रास्ता प्राकृतिक कैंसर इलाज से होकर गुज़रता है।

FAQs

Q1. आयुर्वेद कैंसर रोगी की मदद किस तरह करता है?
यह रोगी की सहनशक्ति बढ़ाकर जीवन की गुणवत्ता सुधारने में सहायक होता है।

Q2. कीमोथेरेपी के बाद आयुर्वेद कैसे मदद करता है?
आयुर्वेद थकान, कमजोरी और अन्य दुष्प्रभावों से उबरने में सहायक होता है।

Q3. कीमो के साइड इफेक्ट से राहत के लिए क्या उपाय हैं?
हर्बल दवाएं, पंचकर्म और विशेष आहार से राहत मिल सकती है।

Q4. प्राकृतिक कैंसर इलाज में क्या शामिल होता है?
जड़ी-बूटियां, आयुर्वेदिक डाइट, योग और शुद्धि प्रक्रियाएं उपयोग होती हैं।

 

Author:  Hiims

12 comments

  1. Name: Indu jain
    Phone: 9012649545
    Disease: Brest cencar

    Comment:
    8 Kimo ho gyi h surgery krane layak body week h suger h Vine week h body pain h

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  3. Name: Ananya Tiwari
    Phone: 8707796967
    Disease: Pancreatic cancer reoccurrence

    Comment:
    Surgery done in 2023 but 2024 September again it comes

  4. Name: Pushpa tiwari
    Phone: 9027614345
    Disease: Wilens tumar 4th stage cancar

    Comment:
    Sargari 6 kemo 11radeyotharapi

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  7. Name: Anita
    Phone: 7982169098
    Disease: Breast cancers

    Comment:
    Left breast removed in August 24
    9 chemos done last was in feb 25
    Now diagnosed with liver and lungs infected

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