हार्ट ब्लॉकेज के लक्षण और इलाज

क्या आप जानते है आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हार्ट ब्लॉकेज एक आम समस्या बन चुकी है? आजकल लोगो के गलत खानपान, तनाव, शारीरिक गतिविधियों की कमी और असंतुलित दिनचर्या की वजह से दिल की नसों में रुकावटें पैदा हो जाती हैं। जब ये ब्लॉकेज बढ़ जाती है तो व्यक्ति को सीने में दर्द, सांस लेने में कठिनाई, थकान और चक्कर जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं। अगर समय रहते इन संकेतों को नज़रअंदाज कर दिया जाए तो यह स्थिति हार्ट अटैक तक पहुँचा सकती है।

अधिकतर लोग मानते हैं कि हार्ट ब्लॉकेज का केवल एक ही समाधान है सर्जरी या स्टंट। लेकिन सच्चाई यह है कि बिना सर्जरी के भी दिल की देखभाल संभव है। आपको पता है की हार्ट ब्लॉकेज का आयुर्वेदिक उपचार शरीर को प्राकृतिक तरीके से स्वस्थ बनाने पर केंद्रित होता है। इसमें जड़ी-बूटियों, आहार-विहार, जीवनशैली सुधार और योग-प्राणायाम का विशेष महत्व है। साथ ही, सही घरेलू नुस्खों और समय पर सावधानी से बचाव किया जा सकता है।

आईये इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि हार्ट ब्लॉकेज के शुरुआती संकेत क्या होते हैं, इससे बचने के लिए क्या उपाय अपनाए जा सकते हैं और किस तरह heart blockage treatment without surgery संभव है।

हार्ट ब्लॉकेज क्या है?

आपको पता है जब हृदय की धमनियों में कोलेस्ट्रॉल, फैट और विषैले तत्व अधिक जमा हो जाते हैं तो रक्त का प्रवाह सीमित हो जाता है। इस स्थिति को हार्ट ब्लॉकेज कहते हैं। अगर ब्लॉकेज 70% से ज्यादा हो जाए तो दिल तक खून और ऑक्सीजन पहुंचने में दिक्कत होने लगती है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।  

हार्ट ब्लॉकेज के शुरुआती लक्षण

  1. सीने में दर्द या दबाव – खासकर चलते समय या सीढ़ियां चढ़ते समय।
  2. सांस फूलना – छोटी-सी गतिविधि करने पर भी थकान और सांस लेने में परेशानी।
  3. बांह, कंधे और जबड़े में दर्द – यह दर्द अक्सर सीने के दबाव के साथ महसूस होता है।
  4. अत्यधिक थकान और कमजोरी – शरीर का ऊर्जा स्तर अचानक कम होना।
  5. चक्कर आना या घबराहट – ब्लॉकेज बढ़ने पर यह लक्षण स्पष्ट रूप से दिखते हैं।

Heart blockage treatment without surgery

  1. Heart Attack Protocol in Hiims ( Jeena Sikho)

आयुर्वेद के अनुसार हार्ट ब्लॉकेज मुख्य रूप से शरीर में अमा (टॉक्सिन्स) और असंतुलित त्रिदोष (वात, पित्त, कफ) के कारण होता है। हार्ट ब्लॉकेज का आयुर्वेदिक उपचार इन दोषों को संतुलित करके और नसों को शुद्ध करके दिल को स्वस्थ बनाता है।

प्रमुख आयुर्वेदिक उपाय:

अदरक चबाना – अगर अचानक लक्षण दिखें तो मरीज को हार्ट-सेफ पोजिशन में बैठाकर लगभग 2 इंच अदरक चबाना चाहिए। इससे नाइट्रिक ऑक्साइड का उत्पादन बढ़ता है और ब्लॉकेज खुलने में मदद मिलती है।

लाभ 

  1. नाइट्रिक ऑक्साइड का उत्पादन बढ़ाता है: अदरक चबाने से तुरंत नाइट्रिक ऑक्साइड (NO) रिलीज़ होता है, जो धमनियों को रिलैक्स करता है और खून का प्रवाह बेहतर बनाता है।
  2. हार्ट की ब्लॉकेज खोलने में मदद करता है: NO धमनियों को चौड़ा करके अस्थायी ब्लॉकेज को कम करता है और दिल तक ऑक्सीजन पहुंचने में मदद करता है।
  3. खून को पतला करता है: अदरक में मौजूद प्राकृतिक तत्व खून को पतला करके थक्के (clots) बनने से रोकते हैं।
  4. कोलेस्ट्रॉल को कम करता है: नियमित सेवन से खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) का स्तर घटता है और अच्छा कोलेस्ट्रॉल (HDL) बढ़ता है, जिससे धमनियां साफ रहती हैं।
  5. एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण: अदरक सूजन को कम करता है, जिससे नसों और धमनियों की लचक बनी रहती है और हार्ट स्ट्रोक का खतरा घटता है।
  6. तुरंत राहत देने वाला घरेलू उपाय: अचानक हार्ट ब्लॉकेज के लक्षण आने पर अदरक चबाना एक आसान और प्रभावी आपातकालीन उपाय है।

Zero Volt Therapy (Electricity as Medicine)

Zero Volt Therapy में रोज़ाना 20–30 मिनट नंगे पाँव घास या मिट्टी पर चलने से शरीर धरती से सीधे जुड़ता है। इससे ब्लड सर्कुलेशन सुधरता है, नर्वस सिस्टम मजबूत होता है और हार्ट हेल्थ बेहतर होती है।

  1. नंगे पांव चलने से स्लीप-साइकिल और जैविक घड़ी सही रहती है और बॉडी-क्लॉक संतुलित होती है

  2. धरती से जुड़ने पर नकारात्मक ऊर्जा घटती है और सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।

  3. पैरों के तलवों के नर्व पॉइंट्स सक्रिय होकर नसों को शक्ति देते हैं और नर्वस सिस्टम मजबूत होता है

  4. जमीन के संपर्क से खून का प्रवाह बढ़ता है, जिससे शरीर हल्का और ऊर्जावान लगता है।

  5. सूजन कम होती है और हार्ट हेल्थ बेहतर होती है 

हार्ट ब्लॉकेज का आयुर्वेदिक उपचार

आधुनिक चिकित्सा में ब्लॉकेज बढ़ने पर एंजियोप्लास्टी या बाईपास सर्जरी की सलाह दी जाती है। लेकिन आयुर्वेद और नेचुरल थेरेपीज़ की मदद से heart blockage treatment without surgery भी संभव है।

  1. डाइट मैनेजमेंट – तेल, घी और प्रोसेस्ड फूड की जगह हरी सब्जियां, फल, अंकुरित अनाज और फाइबर युक्त भोजन लेना।
  2. योग और प्राणायाम – अनुलोम-विलोम, कपालभाति और भ्रामरी प्राणायाम धमनियों को शुद्ध करते हैं और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाते हैं।
  3. पंचकर्म चिकित्सा – इसमें शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालकर धमनियों की सफाई की जाती है।
  • वमन – शरीर से अतिरिक्त कफ और विषैले तत्वों को उल्टी द्वारा बाहर निकालना।
  • विरेचन– पित्त और टॉक्सिन्स को शुद्ध करने के लिए आंतों की सफाई करना।
  • बस्ती – औषधीय घृत, तेल या काढ़े से बृहदान्त्र को शुद्ध कर वात दोष संतुलित करना।
  • नस्य – नाक के माध्यम से औषधि डालकर सिर, मस्तिष्क और श्वसन तंत्र को शुद्ध करना।
  • रक्तमोक्षण – दूषित रक्त निकालकर शरीर से विषैले तत्व हटाना और रक्त को शुद्ध करना।
  1. धूप और प्राकृतिक चिकित्सा – धूप से मिलने वाला विटामिन D और प्राकृतिक थेरेपी ब्लॉकेज को कम करने में मदद करता है ।

हार्ट ब्लॉकेज से बचाव के उपाय

  • संतुलित आहार अपनाएं – ताजे फल, सलाद और हरी सब्जियों को प्राथमिकता दें।
  • नियमित व्यायाम करें – प्रतिदिन 30 मिनट तेज चलना दिल की सेहत के लिए लाभकारी है।
  • तनाव से बचें – ध्यान, योग और प्राणायाम से मानसिक शांति बनाए रखें।
  • धूम्रपान और शराब का त्याग करें – ये ब्लॉकेज की सबसे बड़ी वजह हैं।
  • समय पर स्वास्थ्य जांच कराएं – नियमित जांच से शुरुआती अवस्था में ब्लॉकेज का पता चल सकता है।

निष्कर्ष

आज की बदलती जीवनशैली में हार्ट संबंधी समस्याएँ बढ़ रही हैं, लेकिन सही दिनचर्या, संतुलित आहार और प्राकृतिक उपायों से इन्हें रोका जा सकता है। heart blockage treatment without surgery आयुर्वेदिक और प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियों से संभव है, जिसमें अदरक, लहसुन, अरजुन की छाल, योग और प्राणायाम का विशेष महत्व है। इन उपायों को अपनाकर आप न केवल ब्लॉकेज को कम कर सकते हैं बल्कि दिल को लंबे समय तक स्वस्थ रख सकते हैं। साथ ही, नियमित व्यायाम, संतुलित खानपान और तनाव-रहित जीवनशैली से हार्ट ब्लॉकेज से बचाव किया जा सकता है।

FAQ 

  1. हार्ट ब्लॉकेज के शुरुआती लक्षण क्या हैं?
    सीने में दर्द, सांस फूलना, थकान और चक्कर आना।

  2. क्या heart blockage treatment without surgery संभव है?
    आयुर्वेद, योग और जीवनशैली सुधार से यह संभव है।

  3. हार्ट ब्लॉकेज से बचाव कैसे करें?
    संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और धूम्रपान से परहेज करके।

  4. अदरक और लहसुन हार्ट हेल्थ में कैसे मदद करते हैं?
    ये खून को पतला करते हैं और ब्लॉकेज घटाते हैं।

  5. क्या तनाव हार्ट ब्लॉकेज की वजह बन सकता है?
    लगातार तनाव हार्ट ब्लॉकेज और अटैक का बड़ा कारण है।

 

Author:  Hiims

1 comment

  1. Name: Rashmi ranjan mohanty
    Phone: 9938150505
    Disease: Seer chakara araha he

    Comment:
    Very good support.

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