क्या आप जानते है आजकल किडनी स्टोन यानी पथरी की समस्या बहुत कितनी आम हो चुकी है। गलत खान-पान, कम पानी पीना, ज्यादा चाय-कॉफी का सेवन और शरीर में टॉक्सिन जमा होना इसकी बड़ी वजह हैं। जब ये टॉक्सिन शरीर से बाहर नहीं निकलते, तो हमारी बॉडी उन्हें किडनी में जमा करके पत्थर (स्टोन) बना देती है। आयुर्वेद के अनुसार, यह शरीर का एक नेचुरल डिफेंस सिस्टम है, जो हमें बड़ी बीमारियों जैसे किडनी फेलियर से बचाता है।
किडनी स्टोन का आयुर्वेदिक इलाज शरीर को भीतर से शुद्ध करने पर जोर देता है। इसमें जड़ी-बूटियों, घरेलू नुस्खों और सही आहार का खास महत्व है। खासकर पथरी का इलाज घरेलू तरीके बहुत प्रभावी माने गए हैं, जिनसे बिना किसी सर्जरी के पथरी बाहर निकल सकती है।
इस ब्लॉग में हम आपको सरल और असरदार घरेलू उपाय, जड़ी-बूटियाँ के बारे में बताएंगे । साथ ही, हम यह भी जानेंगे कि किडनी स्टोन मरीजों के लिए आहार कैसा होना चाहिए ताकि पथरी दोबारा न बने और किडनी हमेशा स्वस्थ बनी रहे। अगर आप प्राकृतिक और सुरक्षित उपायों से किडनी स्टोन को खत्म करना चाहते हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद उपयोगी होगी।
किडनी क्यों है ज़रूरी?
किडनी हमारे शरीर का फ़िल्टर है। जैसे घर में पानी साफ़ करने के लिए वॉटर फ़िल्टर होता है, वैसे ही किडनी खून को साफ़ करती है। हर दिन हमारी किडनी लगभग 50 गैलन से ज़्यादा खून को फ़िल्टर करती है और उसमें से गंदगी, यूरिक एसिड और टॉक्सिन बाहर निकालती है।
किडनी की अहम भूमिकाएँ:
- वेस्ट निकालना: शरीर में बनने वाला यूरिया, क्रिएटिनिन और अतिरिक्त लवण (सॉल्ट) को बाहर निकालती है।
- पानी और मिनरल बैलेंस बनाए रखना: शरीर में सोडियम, पोटैशियम और कैल्शियम का लेवल कंट्रोल करती है।
- ब्लड प्रेशर कंट्रोल: किडनी ऐसे हार्मोन रिलीज करती है जो ब्लड प्रेशर को सामान्य रखते हैं।
- रेड ब्लड सेल्स बनाना: किडनी से बनने वाला Erythropoietin hormone हड्डियों को RBC बनाने का सिग्नल देता है।
- हड्डियों को मजबूत बनाना: किडनी विटामिन D को एक्टिव करती है, जिससे कैल्शियम सही से अवशोषित हो पाता है।
अगर किडनी सही से काम न करे, तो शरीर में टॉक्सिन जमा होने लगते हैं, सूजन, थकान और गंभीर बीमारियाँ हो सकती हैं। यही कारण है कि किडनी की सुरक्षा करना बेहद ज़रूरी है और किडनी स्टोन का आयुर्वेदिक इलाज इसमें अहम भूमिका निभाता है।
किडनी स्टोन के कारण
किडनी में पथरी बनने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे –
- दिनभर में कम पानी पीना।
- ज़्यादा चाय, कॉफी और जंक फूड खाना।
- शरीर में यूरिक एसिड और कैल्शियम का गड़बड़ होना।
- ज़्यादा नमक और प्रोटीन वाला खाना।
- बार-बार पेशाब रोकना या यूरिन इंफेक्शन होना।
किडनी स्टोन का आयुर्वेदिक इलाज
1. अजवाइन और जीरा
क्यों फायदेमंद है?
- अजवाइन गैस, एसिडिटी और पेट दर्द में तुरंत राहत देती है।
- जीरा पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है और किडनी में जमा गंदगी को बाहर निकालने में मदद करता है।
- दोनों को साथ लेने से शरीर में टॉक्सिन कम होते हैं और पथरी बनने की संभावना घट जाती है।
कैसे इस्तेमाल करें?
- बराबर मात्रा में अजवाइन और जीरा लें।
- इसे हल्का भूनकर पीस लें या ऐसे ही चबाएं।
- रोज़ाना खाने के बाद 1–2 चम्मच लेने से पाचन दुरुस्त रहता है।
- इसे लंबे समय तक आदत में शामिल करने से किडनी साफ और स्वस्थ रहती है।
2. मक्की के बाल का काढ़ा – किडनी के लिए वरदान
क्यों फायदेमंद है?
- मक्की के बाल (Corn Silk) किडनी को साफ करते हैं और पेशाब की रुकावट दूर करते हैं।
- यह शरीर से excess salt और टॉक्सिन बाहर निकालता है।
- स्टोन को धीरे-धीरे घिसकर बाहर करने में मदद करता है और दोबारा बनने से रोकता है।
कैसे बनाएं?
1. लगभग 50 ग्राम मक्की के बाल लें।
2. इन्हें 2 लीटर पानी में डालकर उबालें।
3. जब पानी आधा (लगभग 1 लीटर) रह जाए तो उसमें थोड़ी अजवाइन, सौंफ और जीरा डालें।
4. अच्छी तरह उबालकर छान लें।
कैसे पिएं?
- इस काढ़े को हफ्ते में एक दिन ही पीना है।
- पूरे दिन का आहार इसी पर आधारित होना चाहिए।
- उस दिन और कोई भारी खाना न लें।
लाभ:
- किडनी डिटॉक्स होती है।
- पथरी छोटे-छोटे टुकड़ों में टूटकर बाहर निकलती है।
- शरीर में टॉक्सिन जमा नहीं होते और किडनी हेल्दी रहती है।
पथरी मरीजों के लिए आहार
क्या खाना चाहिए?
- खूब पानी पिएं – दिनभर में 8–10 गिलास पानी ज़रूरी है।
- नारियल पानी – किडनी को साफ करने और यूरिन फ्लो बढ़ाने में मदद करता है।
- नींबू पानी – नींबू का रस पथरी को घिसकर बाहर करने में सहायक है।
- फल – सेब, पपीता, तरबूज, खीरा, अंगूर, अमरूद।
- हरी सब्ज़ियाँ – लौकी, तोरई, परवल, पालक (कम मात्रा में), गाजर, बीन्स।
- अनाज – ज्वार, बाजरा, ओट्स, दलिया।
- जड़ी-बूटियाँ – पुनर्नवा, गोखरू, पत्थर चट्टा का सेवन।
क्या नहीं खाना चाहिए?
- ज़्यादा नमक और तैलीय खाना।
- चाय, कॉफी, कोल्ड ड्रिंक और शराब।
- मांस, अंडा और मछली (प्यूरिन ज्यादा होता है)।
- फास्ट फूड और पैक्ड फूड।
ज़रूरी बातें
- पेशाब कभी न रोकें।
- हल्का और पौष्टिक खाना खाएं।
- गुनगुना पानी ज़रूर पिएं।
- रोज़ाना थोड़ी बहुत एक्सरसाइज़ या योग करें।
पथरी के लिए आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ
किडनी स्टोन का आयुर्वेदिक इलाज कई जड़ी-बूटियों पर आधारित है। इनमें प्रमुख हैं:
- कासनी – यह किडनी को डिटॉक्स करती है।
- मकोय – पथरी और सूजन दोनों में राहत देती है।
- पुनर्नवा – पेशाब के रास्ते से पथरी को बाहर निकालने में मदद करती है।
- पत्थर चट्टा – नाम से ही पता चलता है, यह पथरी को तोड़कर बाहर निकाल देती है।
इन जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल पाउडर या काढ़े के रूप में किया जा सकता है।
निष्कर्ष
किडनी स्टोन का आयुर्वेदिक इलाज शरीर को अंदर से साफ करने और पथरी को तोड़कर बाहर निकालने पर ध्यान देता है। जड़ी-बूटियाँ जैसे पुनर्नवा, पत्थर चट्टा और मकोय पथरी को बाहर करने में मदद करती हैं। वहीं, पथरी का घरेलू इलाज जैसे मक्की के बाल का काढ़ा और अजवाइन-जीरा का सेवन किडनी को साफ रखते हैं और नई पथरी बनने से रोकते हैं। सबसे ज़रूरी है कि पथरी मरीजों के लिए आहार हल्का और पौष्टिक हो, जिसमें नमक कम, फल-सब्ज़ियाँ और खूब पानी शामिल हो। आयुर्वेदिक उपाय और सही खानपान से किडनी हमेशा स्वस्थ रह सकती है।
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FAQ
Q1. किडनी स्टोन का पहला लक्षण क्या है?
पेट या कमर में तेज दर्द और पेशाब में जलन।
Q2. क्या पथरी बिना ऑपरेशन के निकल सकती है?
किडनी स्टोन का आयुर्वेदिक इलाज और घरेलू नुस्खों से निकल सकती है।
Q3. पथरी वाले मरीज को क्या नहीं खाना चाहिए?
ज़्यादा नमक, तैलीय खाना, मांस और चाय-कॉफी।
Q4. पथरी के लिए सबसे अच्छा पेय क्या है?
नारियल पानी, नींबू पानी और मक्की के बाल का काढ़ा।
Q5. क्या पथरी दोबारा बन सकती है?
लेकिन सही आहार और देखभाल से इसे रोका जा सकता है।