Shuddhi Panchakarma Ayurveda Hospital is now HIIMS (Hospital & Institute Of Integrated Medical Sciences)

6 महीने में हुआ CHRONIC KIDNEY DISEASE में सुधार

Jasleen Kaur 14 साल की लड़की है लेकिन इस छोटी सी उम्र में ही इन्हें CKD की बीमारी हो गई। इस बात का पता इन्हें तब चला जब इन्होने अपना टेस्ट करवाया। रिपोर्ट के अनुसार पेशेंट की right और left किडनी भी shrunk हो चुकी थी। इसके साथ साथ पेशेंट का Global GFR लेवल भी बहुत कम हो चुका था। पेशेंट के बाईं किडनी का GFR लेवल 4.4 हो चुका था और दाहिनी किडनी का GFR लेवल 5.6 हो चुका था। यह एक खतरे का संकेत था।

Hiims Case Study
Hiims Case Study

किडनी फेल हो जाये तो फिर पेशेंट को डायलिसिस पर रहना पड़ता है और फिर कुछ समय बाद ट्रांसप्लांट का सहारा लेना पड़ता है। लेकिन इस केस में पेशेंट की उम्र भी बहुत छोटी थी और उसके माता पिता ट्रांसप्लांट नहीं करवाना चाहते थे। इसके बाद इन्हें HIIMS Chandigarh के बारे में पता चला की वहां बिना किसी ट्रांसप्लांट और सर्जरी के CKD की बीमारी से आराम मिलता है।

फिर पेशेंट HIIMS Chandigarh में आया और यहाँ आकर डॉक्टर से मिला। डॉक्टर से मिलकर पेशेंट ने अपनी रिपोर्ट उन्हें दिखाई। डॉक्टर्स ने रिपोर्ट देख कर कहा की चिंता करने की कोई बात नहीं है। इसके बाद पेशेंट का इलाज शुरू हुआ।

HIIMS में पेशेंट को इलाज़ के दौरान HWE (Hot Water Emmersion), HDT (Head Down Tilt), Lower Leg Emmersion के साथ कई अन्य थेरेपी भी दी गयी। इसके साथ साथ पेशेंट को पंचकर्म थेरेपी, एक स्वस्थ आहार (DIP Diet), योग और मैडिटेशन सेशन भी दिये गए। ये प्रक्रिया कुछ महीने चली और जब पेशेंट को लगा की उनकी हालत में सुधार हो रहा है तो फिर उन्होंने फिर से अपना टेस्ट करवाने का सोचा। टेस्ट करवाने के लिए पेशेंट दोबारा उसी जगह गए जहाँ उन्होंने पहले अपना टेस्ट करवाया था।

Hiims Case Study
Hiims Case Study

टेस्ट करवाने के बाद जो रिपोर्ट में आया उस से पेशेंट खुश था। उसे दिख गया की उसकी सेहत में सुधार हो रहा है। 11 नवंबर 2021 को करवाए गए टेस्ट में पेशेंट का GFR लेवल 10 था और 2 अप्रैल 2022 को किये गए टेस्ट में उनका GFR लेवल 13.7 हो चुका था। इसके साथ साथ रिपोर्ट में यह साफ़ साफ़ लिखा था की Bilateral Renal Function में सुधार हो रहा है।

ैरान करने वाली बात एक और है की यह सब किडनी के फंक्शन में सुधार बिना किसी दवा और सर्जरी के हुआ था। इस केस स्टडी के साथ साथ पेशेंट की रिपोर्ट भी दी गयी हैं जिन्हें देख कर आप खुद जान सकते हैं की कैसे उनकी किडनी की बीमारी (CKD) में सुधार हुआ।